इस बार का दशहरा भी राजनीति की भेट चढा : राजेश भाटिया
AMAR TIMES न्यूज से
संदीप भाटिया की रिपोर्ट
दशहरा पर्व से 2 दिन पूर्व तक भी स्थानीय प्रशासन द्वारा त्योहार मनाने की इजाजत ना दिया जाना फरीदाबाद एनआईटी की जनता के साथ एक भद्दा मजाक कहलाने लायक है। उक्त उद्गार व्यक्त करते हुए श्री सिद्ध पीठ हनुमान मंदिर के प्रधान राजेश भाटिया ने स्थानीय नेताओं पर आरोपों की बौछार कर दी। उन्होंने कहा कि विगत 6 वर्षों से फरीदाबाद एनआईटी क्षेत्र की जनता दशहरा पर्व को मनाने के लिए तरस रही है। गौरतलब है कि विस्थापितों का सबसे बड़ा त्यौहार दशहरा ही है और प्रारंभ से ही इन्हीं लोगों द्वारा बड़ी धूमधाम से मनाया जाता रहा है।
हर वर्ष कोरी राजनीति के चलते इस त्योहार का सत्यानाश करने का जिम्मा स्थानीय भाजपा नेताओं ने उठा रखा है। राम में आस्था रखने वाले भाजपाई नेताओं से आज शहर की जनता यह पूछना चाहती है कि वह कैसे राम भक्त हैं जबकि वह सत्य की असत्य पर जीत के धरोहर त्योहार को भी असत्य के साथ अपने वर्चस्व में आने के बाद से मनाते चले आ रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि जहां विभिन्न छोटी-बड़ी संस्थाओं को त्योहार मनाने की तैयारियां मुकम्मल करनी होती है वहीं पर्व से मात्र 48 घंटे पूर्व तक किसी प्रकार की प्रशासनिक इजाजत नहीं दी गई है जबकि संपूर्ण हरियाणा में सभी जिलों में दशहरा पर्व मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। स्थानीय नेताओं पर आरोप लगाते हुए उन्होंने आगे कहा कि अपने चहेतों को सर्वेसर्वा दिखाने के लिए साम, दाम, दंड, भेद हर प्रकार की नीति भाजपा के सत्ताधारी नेता अपनाए हुए हैं। जिले की यही जनता अपने साथ हो रहे छल का बदला आगामी चुनावों में उन्हीं राम के भरोसे इन नेताओं से लेगी।