MCF कर्मीयो का पकड़ा गया झूठ।
AMAR TIMES न्यूज से
आशा की रिपोर्ट
फरीदाबाद न्यायालय के समक्ष MCF से बर्खास्त एसडीओ जीतराम और जेई योगेश कुमार की मिलीभगत से पत्रकार संदीप भाटिया और मनीष कपूर के खिलाफ झूठी FIR दर्जकराने पर विभिन्न जांच के संदीप भाटिया के पक्ष मे आने के बाद माननीय न्यायालय मे गवाही के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता विजय शर्मा (लाला) और अधिवक्ता खागेश गोयल ने एसडीओ जीतराम और जेई योगेश कुमार का झूठ पकड़ा।
बर्खास्त एसडीओ जीतराम और जेई योगेश कुमार ने प्लाट नः 1H-53,54 BP NIT पर अवैध कब्जाधारक को शह देते हुए सरकारी गली पर अवैध निर्माण तोडने पर कोताही कर झूठी FIR करवा दी गयी थी।
माननीय न्यायालय मे गवाही और जिरह के दौरान बर्खास्त एसडीओ जीतराम और जेई योगेश कुमार की अलग-अलग बयानबाजी पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता विजय शर्मा (लाला) ने पाया कि उक्त मुकद्दमा झूठ आधारित से अधिक कुछ भी नही। मुक़दमे की बारिकियो मे कई बिन्दुओ पर झूठ का पर्दाफाश हो गया।
भरी आदालत मे जिरह के सामने जब वरिष्ठ अधिवक्ता विजय शर्मा ने एसडीओ जीतराम से पूछा कि संदीप भाटिया द्वारा नगर निगम मे प्लाट नः 1H-53,54 के बीच नाले के ऊपर कब्जे की शिकायत पर कार्रवाई क्यो नही कि तो एसडीओ जीतराम ने बताया कि संदीप भाटिया द्वारा दी गई शिकायते झूठी है इसीलिए इस शिकायत पर कार्रवाई नही की।
जबकि आपको बता दे कि इसी शिकायत पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के आदेश पर नगर निगम द्वारा प्लाट नः 1H-53,54 पर कारवाई की गई थी।
वरिष्ठ अधिवक्ता विजय शर्मा (लाला) एंव खागेश गोयल की बिन्दुवार सवाल-जवाब ब्यान पर विरोधाभास प्रकट हो गया।
माननीय न्यायालय के सख्त रूख को भांपते हुए न्याय मिलने की सम्भावना बढ जाती है।